प्रेगनेंसी में क्वाड्रपल मार्कर टेस्ट क्या होता है | Quadruple Marker Test in Hindi

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Quadruple Marker Test in Hindi - क्वाड्रपल मार्कर टेस्ट गर्भ में पल रहे बच्चे में बर्थ डिफेक्ट्स और क्रोमोसोमल अनियमितता को पता करने के लिए किया जाता है।
 
यह टेस्ट गर्भावस्था के 15 से 20 हफ्ते (दूसरे तिमाही) के बीच में किया जाता है। क्वाड्रपल मार्कर को क्वॉड मार्कर स्क्रीनिंग (Quad Marker Screening) भी कहते हैं।
 

किसको क्वाड्रपल मार्कर टेस्ट करवाना चाहिए - Why Quadruple Marker Blood Test in Pregnancy Hindi

1) 35 से ऊपर की उम्र में प्रेग्नेंसी
 
2) डाइबिटीज
 
3) परिवार में किसी बच्चे को डाउन सिंड्रोम रहा हो
 
4) गर्भावस्था के दौरान कोई वायरल इंफेक्शन होने पर
 
5) दवाईयों के साईड इफैक्ट्स होने पर
 

क्वाड्रपल मार्कर में कौन से टेस्ट किए जाते हैं - Parameters in Quadruple Marker Blood Test in Hindi


1) अल्फा फेटो प्रोटीन (Alpha FetoProtein) - AFP बच्चे के लिवर द्वारा बनाया जाता है और इसकी ब्लड में अधिक मात्रा का मतलब है की बच्चे न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स (Neural Tube Defects) है जेसे स्पाइना बिफिडा (Spina Bifida) या अनेंसेफली (Anencephaly) ईत्यादि। 
 
AFP की अधिक मात्रा जुड़वा बच्चों के कारण भी होती है। अगर AFP की ब्लड में मात्रा कम है तो इसका मतलब है की बच्चे में डाउन सिंड्रोम है।
 
2) अनकंजेजेटेड एस्ट्रियल (Unconjugated Estriol) UE - यह हार्मोन बच्चे कर बच्चे की नाल (Placenta) द्वारा स्त्रावित होता है। इस हार्मोन की कम मात्रा बच्चे में डाउन सिंड्रोम होना दर्शाता है।
 
3) ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (Human Chorionic Gonadotropin) hCG - ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) हार्मोन बच्चे की नाल (Placenta) द्वारा बनता है और ब्लड में इसकी अधिक मात्रा डाउन सिंड्रोम को दर्शाती है।
 
4) इन्हिबिन A (Inhibin A) - यह प्रोटीन बच्चे के नाल (Placenta) और मां के गर्भाशय (Overies) द्वारा बनाया जाता है। 
 
इन्हिबिन A की ब्लड में अधिक मात्रा डाउन सिंड्रोम के होने की संभावना को दर्शाता है।
 

क्वाड्रुपल मार्कर टेस्ट की कीमत - Quadruple Marker Test Price in Hindi

क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की कीमत 2000 रुपए की होती है और यह कीमत प्रत्येक लैब और शहर में अलग अलग हो सकती है।
 

क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की नॉर्मल रेंज क्या है - Quadruple Marker Test Normal Report in Hindi

1) AFP 10-150 ng/mL (15 से 18 हफ्ते में)

2) hCG 13,300-254,000 mIU/mL (13 से 16 हफ्ते में)
4,060-165,400 mIU/mL (17 से 24 हफ्ते में)

3) UE 9.60 ng/mL से कम होना चाहिए (दूसरी तिमाही में)

4) Inhibin-A 180 pg/mL (15 हफ्ते में)

हर लैब में यह वैल्यू थोड़ी बहुत अलग अलग हो सकती है। सही जानकारी के लिए अपनी रिर्पोट में दिए गए नॉर्मल वैल्यू को देखिए।
 

क्वाड्रुपल मार्कर टेस्ट कौन सी बीमारी को बताता है - Disease Caused by Positive Quadruple Marker Blood Test Report in Hindi

1) डाउन सिंड्रोम (Trisomy 21)

2) एडवर्ड सिंड्रोम (Trisomy 18)

3) स्पाइना बिफिडा (Spina Bifida)

4) एब्डॉमिनल वॉल डिफेक्ट्स (Abdominal Wall Defects)
 

क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की एबनॉर्मल रिपोर्ट क्या बताती है - Quadruple Marker Test Report in Hindi

क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की नॉर्मल रिपोर्ट का मतलब है की पेट में पल रहा बच्चा सही है। 
 
क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की एब्नॉर्मल रिपोर्ट बताती है की बच्चे को बर्थ डिफेक्ट्स या क्रोमोसोमल डिफेक्ट्स हो सकते हैं। 
 
क्वाड्रुपल मार्कर ब्लड टेस्ट की एब्नॉर्मल रिर्पोट यह भी बताती है की हो सकता है आपने बच्चे के महीने को गिनने में गलती की हो या आपने डॉक्टर को गलत हफ्ते बताएं हों। 
 
एबनॉर्मल रिपोर्ट आने पर डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट (अल्ट्रासाउंड, पैरेंटल सेल्स DNA स्क्रीनिंग और एम्नियोसेनटीसिस) करवाने की सलाह देता है या बच्चे को एबोर्ट करवाने को बोलता है।

Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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