ओफ्लाक्सासिन टेबलेट क्या काम करता है | Ofloxacin Tablet Uses in Hindi

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) एक एंटीबायोटिक है जो बैक्टिरियल इंफेक्शन को खत्म करने के लिए दी जाती है। 

ओफ़्लॉक्सासिन एक ब्रॉड स्पैक्ट्रम फ्लोरोक्विनोलोन (Fluoroquinolones) एंटीबायोटिक है। 

यह एंटीबायोटिक प्राकृतिक रूप से नहीं मिलती बल्कि इसे लैब में केमिकली प्रोसेस्ड करके बनाया जाता है। 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) बैक्टीरिया में होने वाले प्रोटिन सिंथेसिस (Protein Synthesis) को रोकती है जिसके कारण बैक्टीरिया अपनी ग्रोथ और रिप्लिकेशन नहीं कर पाता और खत्म हो जाता है। 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) ग्राम पॉजिटिव और ग्राम निगेटिव दोनों तरह के बैक्टीरिया पर बहुत ही प्रभावी ढंग से काम करती है। 
 
 
ofloxacin tablet uses
 
ओफ़्लॉक्सासिन टेबलेट, ड्रॉप, सिरप, और इंजेक्शन में आती है।

ओफ़्लॉक्सासिन का उपयोग - Ofloxacin Tablet Uses in Hindi

1) मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI)

2) श्वशन तंत्र संक्रमण (RTI)

3) त्वचा में संक्रमण (Skin Infection)

4) बैक्टीरिया से होने वाले यौन संक्रमित रोग (STD)

5) पेट के संक्रमण (Gastrointestinal Infection)

6) हड्डियों और जोड़ों के संक्रमण (Bone & Joints Infection)

7) आंख, नाक और कान के संक्रमण (Ear, Nose & Eyes Infection)
 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) किस तरह काम करती है

किसी भी बैक्टीरिया की वृद्धि के लिए डीएनए सिंथेसिस या प्रोटीन सिंथेसिस बहुत जरूरी होता है। 
 
ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) डीएनए सिंथेसिस (DNA Synthesis) या प्रोटीन सिंथेसिस के लिए जरूरी एंजाइम DNA Gyrase और टोपो आइसोमरेस 4 (Topoisomerase-IV) को ब्लॉक कर देती है। 
 
जिससे प्रोटीन सिंथेसिस नहीं हो पाता और बैक्टीरिया की ग्रोथ (Growth & Replication) रुक जाती है। 
 
यह बैक्टीरिया के जीवित रहने के लिए जरूरी प्रोटीन सिंथेसिस को रोक कर उसे खत्म कर देती है। 
 
ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) एक ब्रॉड स्पैक्ट्रम फ्लोरोक्विनोलोन दवाई होती है इसलिए यह ग्राम पॉजिटिव और ग्राम निगेटिव दोनों तरह के बैक्टीरिया पर बहुत अच्छे से काम करती है। 
 
एक बात ध्यान रखने योग्य है की ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) बैक्टीरिया को मारती है वायरस को नहीं, इसलिए यह वायरस के कारण होने वाले इंफेक्शन पर प्रभावी नहीं होती है। 
 
ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) का अनियंत्रित तरीके से इस्तेमाल इसे अप्रभावी बना देता है जिसके कारण बैक्टीरिया इसके विरूद्ध इम्यूनिटी बना लेते हैं। 
 
कोई भी एंटीबायोटिक बिना डॉक्टर की सलाह के ना इस्तेमाल करें।
 

ओफ़्लॉक्सासिन( Ofloxacin Tablet) के साईड इफैक्ट्स

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के कुछ सामान्य साईड इफैक्ट्स निम्न हैं

1) उल्टी या उल्टी जैसा महसूस होना

2) डायरिया होना

3) सर दर्द होना या चक्कर आना

4) त्वचा में खुजली होना या धब्बे पड़ जाना

5) पेट में दर्द या ऐठन होना

6) भूख न लगना

7) नींद न आना

8) मुंह का स्वाद बदल जाना या खराब हो जाना

9) जोड़ों में या पूरे शरीर में दर्द होना

10) महिलाओं के प्राईवेट पार्ट में यीस्ट इंफेक्शन हो जाना

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के कुछ गम्भीर लक्षण भी होते हैं जिनके दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए जैसे

1) शरीर में सूजन आना

2) शरीर में चकत्ते पड़ना

3) सांस लेने में दिक्कत होना

4) शरीर सुन्न पड़ना

5) ह्रदय की धड़कन अनियमित हो जाना

6) घबराहट होना
 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) का अन्य दवाओं के साथ रिएक्शन

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) को कुछ दवाओं के साथ नहीं लेना चाहिए क्योंकि वो दवाएं ओफ़्लॉक्सासिन की क्षमता को घटा या बढ़ा सकती हैं जैसे

एंटासिड - ये दवाएं ओफ़्लॉक्सासिन के अवशोषण को कम कर देती हैं

ऐसी दवाएं जिसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम या एल्यूमीनियम -  हो ये दवाएं ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के अवशोषण को कम कर देती हैं जिससे हमें ओफ़्लॉक्सासिन का पूरा लाभ नहीं मिल पाता।
 
खून पतला करने वाली दवाएं - ये दवाएं ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के साथ रिएक्शन करके अंदरूनी अंगों में ब्लीडिंग की संभावना को बढ़ा देती हैं।
 
अस्थमा की दवाईयां - अस्थमा में दी जाने वाली दवाईयां ओफ़्लॉक्सासिन की क्रियाशीलता को बढ़ा देती हैं जिसके कारण ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) से होने वाले साईड इफैक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
 
मानसिक रोगियों को दी जाने वाली दवाईयां - मानसिक रोग में दी जानें वाली दवाईयां ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के असर या अवशोषण को बढ़ा देती हैं जिससे कारण ओफ़्लॉक्सासिन के कारण होने वाले साईड इफैक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
 
डायबिटीज़ में दी जाने वाली दवाईयां - मधुमेह के रोगियों को दी जाने वाली दवाईयां ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) के अवशोषण को बढ़ा देती हैं जिसके कारण ओफ़्लॉक्सासिन से होने वाले साईड इफैक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
 

गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) देनी चाहिए

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) गर्भवती महिलाओं और स्तन पान करवाने वाली महिलाओं को नहीं दी जाती है। 
 
ओफ़्लॉक्सासिन के अंश स्तन पान करवाने वाली महिलाओं के दूध में आ जाते हैं जिसके कारण यह बच्चों को नुकसान पहुंचा सकती है। 
 
गर्भवती महिलाओं को भी ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) नहीं दी जाती है और इंफेक्शन होने पर अन्य एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है जो गर्भावस्था में सुरक्षित मानी जाती हैं।
 

क्या लिवर और किडनी के मरीजों को ओफ़्लॉक्सासिन दे सकते हैं

नहीं, ओफ़्लॉक्सासिन लिवर में मेटाबोलाइज होती है और किडनी के माध्यम से इसका एक्सक्रीट होती है। 
 
इसलिए लिवर और किडनी के मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) का इस्तेमाल ना करें।
 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) की डोज

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) की डोज संक्रमण की गंभीरता, उम्र और वजन पर निर्भर करती है। 
 
16 साल से अधिक उम्र के लिए इसकी डोज 200 mg से 400 mg दिन में दो बार होती है। यह अधिकतम 14 दिन तक दी जा सकती है। 

बच्चों में ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) की डोज 7.5 mg से 10 mg प्रति किलोग्राम होती है। बच्चों में यह अधिकतम 10 दिनों तक दी जा सकती है। 
 
बच्चों में एक दिन में कुल 400 mg से अधिक डोज नहीं देनी चाहिए।
 

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin Tablet) कितने दिनों में संक्रमण ठीक करती है

ओफ़्लॉक्सासिन (Ofloxacin) का असर 48 घंटे में दिखना शुरु हो जाता है। 
 
जबकि इसका पूरी तरह से असर दिखने में 3 से 7 दिन तक लग जाते हैं। 
 
ओफ़्लॉक्सासिन का असर इन्फेक्शन की तीव्रता पर भी निर्भर करता है।
 
 

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Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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