थायराइड प्रोफाइल टेस्ट क्या होता है | T3 T4 TSH Test in Hindi

 
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T3 T4 TSH Test in Hindi - थायरॉयड भारत में इस वक्त एक बहुत ही आम समस्या बन चुकी है। 
 
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 50 मिलियन लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं। 

थायराइड ग्रंथि हमारे गले के नीचे वाले हिस्से में होती है और ये तितली के आकार की छोटी सी ग्रंथि होती है।
 
थायरॉयड ग्रंथि हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करती है। थायरॉयड ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन हमारे शरीर की मेटाबोलिक क्रियाओं को प्रभावित करते हैं।
 
थायरॉयड हमारे हृदय, हड्डियों, कोलेस्ट्रोल और मांशपेशियों को ज्यादा प्रभावित करती है। 

जब यह ग्रंथी अपना काम सही से नहीं कर पाती तब हमें थायरॉयड की समस्या होती है।

थायरॉयड विकार मुख्यता दो प्रकार का होता है। हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायरॉयडिजम

हाइपोथायराइडिज्म के लक्षण - Hypothyroidism Symptoms in Hindi

जब थायरॉयड ग्रंथि हार्मोन (Thyroid) का स्त्राव कम करती है या नहीं करती है तब यह बीमारी होती है। इसके लक्षण हैं

1) वजन का बढ़ना
 
2) बालों का झड़ना और कमजोर होना
 
3) त्वचा का रूखापन
 
4) अवसाद (Depression)
 
5) गला बैठना
 
6) सर्दी ज्यादा लगना
 
7) मांशपेशियों में अकड़न
 
8) ठंड बहुत लगना
 
9) कोलेस्ट्रोल लेवल का बढ़ जाना
 
10) महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित हो जाना
 
11) कब्ज
 
12) बार बार चीजों को भूलना
 

हाइपरथायराइडिज्म के लक्षण - Hyperthyroidism Symptoms in Hindi

जब थायरॉयड (Thyroid) ग्रंथि बहुत ज्यादा सक्रिय होती है और हार्मोन का अधिक स्त्राव करती है तब यह बीमारी होती है। इसके लक्षण हैं

1) वजन कम होना
 
2) थकान
 
3) घेंघा रोग (Enlarged Thyroid)
 
4) घबराहट और बार बार मूड का बदलना
 
5) सांस फूलना
 
6) दिल की धड़कन तेज रहना
 
7) गर्मी सहन ना कर पाना
 
8) बालों का झड़ना और पतला होना
 
9) ज्यादा प्यास लगना
 
10) नींद कम आना
 

थायरॉयड कैंसर के लक्षण - Thyroid Cancer Symptoms in Hindi

1) गले में सूजन
 
2) आवाज में बदलाव आना
 
3) खाना निगलने में दिक्कत होना
 
4) लगातार खांसी रहना
 
5) गले में गांठ बनना

थायरॉयड होने के कारण - Reason for Thyroid Problem in Hindi

1) तनाव
 
2) आयोडीन की कमी
 
3) ऑटोइम्यून डिजीज
 
4) विटामिन A की कमी
 
5) सेलेनियम कम होना
 
6) अनुवांशिक कारण
 
7) गोइट्रोजेंस (Goitrogens)का सेवन
 
8) गर्भावस्था
 
9) डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर
 

थायराइड की जांच खाली पेट होती है क्या - Diagnosis of Thyroid in Hindi

थायरॉयड बीमारी का पता लगाने के लिए सबसे आसान जांच हैं थायरॉयड प्रोफाइल टेस्ट (T3, T4 & TSH) या फ्री थायरॉयड प्रोफाइल टेस्ट (FT3, FT4 & TSH) या TPO Antibodies टेस्ट।
 
यह जांच खून से होती है। इससे आपको अपने थायरॉयड में किसी भी प्रकार के विकार का पता आसानी से चल सकता है। 

यह जांच आप कभी भी करवा सकते हैं, आज के कुछ साल पहले मशीन इतनी आधुनिक नहीं होती थीं इसलिए तब यह जांच खली पेट करवाई जाती थी
 
अगर आप थायरॉयड की दवाई ले रहें हैं तो आपको टेस्ट वाले दिन दवाई नही लेनी है।
 
आपको टेस्ट करवाने के बाद ही दवाई लेनी है। थायरॉयड प्रोफाइल टेस्ट लगभग 500 रुपए में हो जाता है।
 
इसके अलावा इसके अलावा थायरॉयड की अल्ट्रासोनोग्राफी, सिटी स्कैन, एमआरआई, सीरम कैल्सिटोनिन, गर्दन का X-Ray और FNAC भी करवाई जाती है।
 
हालांकि 95% केसेज में सिर्फ थायरॉयड प्रोफाइल टेस्ट से ही पता चल जाता है। बाकी के टेस्ट बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करती है।

हाशिमोटो का कौन सा टेस्ट किया जाता है - Hashimoto's Disease in Hindi

हाशिमोटो थायरॉयड विकार (Hashimoto Disease) एक ऑटो इम्यून विकार (Autoimmune Thyroid Disease) है।
 
इसमें हमारा शरीर ही थायरॉयड ग्रन्थि के विरूद्ध काम करने लगता है। यह अक्सर आयोडीन की कमी के कारण होता है।
 
बाद में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता थायरॉयड ग्रन्थि के विरूद्ध काम करना शुरु कर देती है।
 
यह बीमारी सामान्यतः 40 से अधिक उम्र की महिलाओं को जयादा होती हैं।
 
एक बार होशिमोतो थायरॉयड विकार होने के बाद आपको जीवन भर दवाई लेनी होती है।
 
इसका पता करने के लिए TPO एंटीबॉडीज टेस्ट (Hashimoto's Disease Test) करवाना पड़ता है।
 
यह टेस्ट लगभग 1000 रुपए का होता है। बाकी टेस्ट की कीमत हर जगह अलग अलग होती है।

थायराइड का सबसे अच्छा इलाज क्या है - Treatment of Thyroid in Hindi

थायरॉयड के लक्षण होने पर आपको डॉक्टर को दिखाना होगा।
 
डॉक्टर आपकी पूरी कंडीशन जान कर कुछ टेस्ट की सहायता से आपका ट्रीटमेंट शुरु कर देगा।
 
ज्यादातर मामलों में आपको सुबह खाली पेट खाने को दवाई दी जाएगी और अगर आप पूरे अनुशासन से दवाई खाते रहे तो आप
थायरॉयड के दुष्परिणाम से बचे रह सकते हैं।
 
इसके अलावा आपको खानपान में भी थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।
 
आपको दूध और
दूध से बने पदार्थों का सेवन करना होगा।
 
साथ में नट्स और फल का सेवन डॉक्टर की सलाह अनुसार करते रहें। 


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Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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