आज हम जानेंगे की GCT टेस्ट क्या होता है और इसको गर्भावस्था (Glucose Challenge Test-GCT Test in Hindi) में क्यों करवाया जाता है।
क्या होता है GCT ब्लड टेस्ट - Glucose Challenge Test (GCT) Test in Hindi
GCT का मतलब होता है ग्लूकोज चैलेंज टेस्ट (Glucose Challenge Test (GCT) Test in Hindi) और इस टेस्ट में हमारे शरीर का ग्लूकोज के प्रति रिस्पॉन्स को जांचा जाता है।
यह टेस्ट प्रेग्नेंसी में किया जाता है ताकि गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज़ (Gestational Diabetes) का पता लगाया जा सके।
इस टेस्ट में पहले गर्भवती महिला को ग्लूकोज का सॉल्यूशन पिलाया जाता है और फिर एक घण्टे बाद शरीर का ब्लड शुगर लेवल जांचा जाता है।
इसका रिजल्ट बताता है की आपको गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज़ है या नहीं।
GCT टेस्ट कब कराया जाता है
GCT टेस्ट 24 से 28 हफ्ते के गर्भ के दौरान करवाया जाता है।
अगर डॉक्टर को लगता है की आपको डायबिटीज़ होने की संभावना अधिक है तो वह गर्भावस्था के शुरुआती दौर में भी GCT टेस्ट करवा सकता है।
GCT टेस्ट की नॉर्मल वैल्यू
GCT टेस्ट में 50 ग्राम ग्लूकोज पिलाया जाता है और फिर एक घण्टे बाद ब्लड से शरीर में ग्लूकोज की वैल्यू नापी जाती है।
हमारे शरीर में ब्लड शुगर की नॉर्मल वैल्यू 140 mg/dL होती है।
अगर यह वैल्यू 140 mg/dL से 190 mg/dL के बीच आती है तो इसका मतलब है की आपको जेस्टेशनल डायबिटीज़ हो सकती है और आपका 3 से 4 बार ये टेस्ट करवाया जाता है।
यह टेस्ट 2 से 3 महीने के अंदर की रिपीट करवा लिया जाता है।
अगर आपकी शुगर वैल्यू 190 mg/dL से ऊपर आती है तो इसका मतलब है की आपको जेस्टेशनल डायबिटीज़ है और फिर डॉक्टर कुछ सावधानियां बरतने की सलाह देता है जो आपको पूरी गर्भावस्था (Glucose Challenge Test (GCT) Test in Hindi) के दौरान ध्यान में रखनी होती है।
GCT टेस्ट की कीमत
GCT टेस्ट की कीमत 300 रुपए के करीब होती है। हर लैब और शहर में यह कीमत अलग अलग हो सकती है।
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