ब्रेडीकार्डिया क्या होता है और ब्रैडीकार्डिया होने पर क्या होता है | Bradycardia Meaning in Hindi

 

bradycardia, sinus bradycardia, slowed heart rate, bradycardia symptoms, what bradycardia, bradycardia treatment, causes of bradycardia

Bradycardia Meaning in Hindi - ब्रेडीकार्डिया का मतलब होता है हृदय की धड़कनों का कम होना। 

सामान्यता एक स्वस्थ इंसान का हृदय एक मिनट में 60 से 100 बार तक धड़कता है। 

जब हृदय की धड़कन 60 से कम होने लगती है तो यह कंडीशन ब्रेडीकार्डिया कहलाती है। 

यह एक बहुत ही खतरनाक स्तिथि होती है क्योंकि इसने हमारा हार्ट ब्लड को ठीक तरह से पंप नहीं कर पाता और हमारे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। 

मरीज को चक्कर आना, बहुत ही थका हुआ और कमजोरी महसूस होना और सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगती है।

सोते वक्त या आराम करते वक्त हमारी हृदय की धड़कन 40 तक भी पहुंच जाती है लेकिन यह स्तिथि लगातार बनी रहना खतरनाक होता है। 
 
ब्रेडीकार्डिया का ईलाज हार्ट में पेसमेकर लगा कर किया जाता है।
 
 

ब्रेडीकार्डिया के लक्षण - Symptoms of Bradycardia in Hindi


ब्रेडीकार्डिया के कारण हमारे ब्रेन, हार्ट और शरीर के अन्य अंगों को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और हमारे अंग डैमेज होने लगते हैं। इसके लक्षण हैं

1) सीने में दर्द
 
2) भ्रमित रहना या कन्फ्यूज रहना
 
3) चक्कर आना
 
4) बहुत अधिक थकावट महसूस होना
 
5) सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
 
6) बेहोश हो जाना या बेहोश जैसा फील होना
 
 

ब्रेडीकार्डिया पता करने के लिए कौन जांच करवाई जाती है - Diagnosis For Bradycardia in Hindi


ब्रेडीकार्डिया का पता लगाने के लिए डॉक्टर हॉल्टर टेस्ट (Holter Test) करवाते हैं। 
 
इसमें एक छोटी सी मशीन को चिप्स के माध्यम से शरीर में बाहर से लगा दिया जाता है। 
 
यह आपके हार्ट को 24 घंटे मॉनिटर करता है। 
 
फिर 24 घंटे बाद इसे हटा लिया जाता है और इसकी रीडिंग से इसकी रिपोर्ट तैयार की जाती है। 
 
जो यह बताती है की आपको ब्रेडीकार्डिया है या नहीं।
 
 

ब्रेडीकार्डिया का ईलाज - Treatment of Bradycardia in Hindi


ब्रेडीकार्डिया के ईलाज के पहले इसका कारण पता किया जाता है। 
 
अगर इसका कारण हाइपोथायरॉइडिज्म है तो उसका ईलाज किया जाता है। 
 
अगर आपको किसी दवाई के कारण ब्रेडीकार्डिया हो रहा है तो उस दवाई का विकल्प आपको दिया जायेगा। 
 
अगर कोई अन्य कारण है तो डॉक्टर आपको पेसमेकर लगा देगा जो आपके हृदय की धड़कन को नियमित रखता है।
 
 

ब्रेडीकार्डिया क्यों होता है - Cause of Bradycardia in Hindi


1) ब्रेडीकार्डिया होने के कई कारण होते हैं जैसे

2) हृदय की सिनोएट्रियल नोड में दिक्कत

3) हार्ट के डैमेज होने के कारण

4) उम्र बढ़ने के कारण

5) जन्मजात हार्ट में समस्या

6) हाइपोथायरॉइडिज्म

7) मायोकार्डाइटिस (इन्फ्लेमेशन इन हार्ट)

8) शरीर में पोटेशियम और कैल्शियम का असंतुलन

9) ऑब्स्ट्रूटिव स्लीप एपनिया

कुछ दवाईयां भी ब्रेडीकार्डिया करती हैं जैसे हाई ब्लड प्रेशर की दवाई, नींद की दवाई, हृदय की धडकनों को नियंत्रित करने की दवाई ईत्यादि।
 
 
👇👇👇

Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

फ़ॉलोअर