HBsAg टेस्ट क्या होता है और क्यों करवाया जाता है | HBsAg Blood Test in Hindi

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HBsAg Test in Hindi - हेपेटाइटिस-बी लिवर की एक गंभीर बीमारी होती है। इस बीमारी को पता करने के लिए जो प्राथमिक टेस्ट करवाया जाता है उसे HBsAg (Hepatitis B Surface Antigen) टेस्ट बोलते हैं। 
 
अगर आपको हेपेटाइटिस-बी का संक्रमण है तो आगे चलकर आपको लिवर कैंसर, लिवर सिरोसिस या लिवर फेल्योर का चांसेज बहुत बढ़ जाता है।
 
हेपेटाइटिस-बी वायरस के बाहर की तरफ (Surface) पर एक प्रोटीन होता है जिसे एंटीजन कहते हैं। 
 
जब हम हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित होते हैं तो संक्रमित होने के 3 से 6 महीने बाद यह एंटीजन हमारे ब्लड में आ जाता है। 
 
HBsAg ब्लड टेस्ट में हम इसी एंटीजन का पता लगाते हैं।
 
 

हेपेटाइटिस बी के लक्षण - Symptoms of Positive HBsAg Test in Hindi

हेपेटाइटिस बी के लक्षण बीमारी के घटने बढ़ने के अनुसार बदला करते हैं लेकिन मुख्य लक्षण निम्न हैं

1) पेट में दर्द
 
2) डार्क यूरीन
 
3) बुखार
 
4) जोड़ों में दर्द
 
5) शरीर का पीलापन
 
6) भूख कम लगना
 
7) उल्टी या उल्टी जैसी फीलिंग आना
 
8) कमजोरी और थकान

हेपेटाइटिस बी की गंभीरता बढ़ने पर निम्न लक्षण दिखाई देते हैं

1) काले रंग का स्टूल होना
 
2) खून की उल्टी होना
 
3) वजन गिरते जाना
 
4) शरीर का पूरा पीला पड़ जाना
 

HBsAg टेस्ट की कीमत - Cost of HbsAg Test in Hindi

HBsAg टेस्ट की कीमत 300 रुपए होती है। यह कीमत हर लैब और शहर में अलग अलग होती है।
 

हेपेटाइटिस-बी कैसे फैलता है - How Hepatitis-B Spread in Hindi

हेपेटाइटिस बी सिर्फ ब्लड के माध्यम से ही फैलता है। जैसे

1) किसी हेपेटाइटिस बी संक्रमित व्यक्ती से सैक्स करने पर

2) किसी हेपेटाइटिस बी संक्रमित व्यक्ती द्वारा इस्तेमाल सुई का उपयोग करने पर

3) गलती से किसी संक्रमित का शेविंग किट या नेल कटर को इस्तेमाल करने पर

4) गर्भवती मां से उसके होने वाले बच्चे को
 

HBsAg टेस्ट के साथ और कौन से टेस्ट करवाने चाहिए - Supportive Test With HBsAg Test in Hindi

अगर आपका HBsAg टेस्ट पॉजिटिव या रिएक्टिव आता है तो आपको फिर निम्न टेस्ट जरूर करवाने चाहिए

1) HBV DNA
 
2) Anti Hbc
 
3) Anti Hbe
 
4) HbeAg
 
5) LFT (Liver Function Test)
 
6) पेट का अल्ट्रासाउंड
 
7) लिवर की बायोप्सी

ये सारे टेस्ट आपकी हेपेटाइटिस बी इंफेक्शन की सही स्थिति आपको बता देंगे और डॉक्टर को सही ट्रीटमेंट देने में सहायता करेंगे। 

हेपेटाइटिस बी में मरीज शादी कर सकता है

हेपेटाइटिस बी संक्रामक रोग है और सेक्स करने से फैलता है। 
 
अगर आपको हेपेटाइटिस बी है तो शादी के पहले अपने पार्टनर को हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन लगवा दें। 
 
हेपेटाइटिस बी के वैक्सीन की डोज 0, 1 और 6 मंथ की होती है। यानी की एक डोज अभी लगी दूसरी 1 महीने बाद और तीसरी 6 महीने बाद। 
 
जब तक आपके पार्टनर की तीनों डोज पूरी नहीं हो जाती है तब तब या तो संबंध ना बनाएं या फिर कॉन्डम का इस्तेमाल करें। 
 
एक बार आपके पार्टनर की वैक्सीन की तीनों डोज लग जाए फिर चिंता की कोई बात नहीं है और आप निश्चिंत होकर संबंध बना सकते हैं।
 

गलती से अगर हेपेटाइटिस बी से संक्रमित सुई चुभ गई हो तो क्या करना चाहिए

अगर आप पहले से वैक्सिनेटेड हैं तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। 
 
लेकिन आप वैक्सिनेट नहीं हैं तो आपको 48 घंटे के अंदर हेपेटाइटिस-बी की वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए और साथ में Immunoglobulin इंजेक्शन भी लगवा लेना चाहिए।

हेपेटाइटिस बी टेस्ट रिजल्ट क्या प्रदर्शित करता है - HBsAg Test Normal Range in Hindi

हेपेटाइटिस बी ब्लड टेस्ट का रिजल्ट या तो रिएक्टिव आता है या नॉन रिएक्टिव। 
 
अगर परिणाम रिएक्टिव आया है तो इसका मतलब है की व्यक्ति हेपेटाइटिस बी से संक्रमित है। 
 
अगर परिणाम नॉन रिएक्टिव आया है तो इसका मतलब है की व्यक्ती को हेपेटाइटिस बी संक्रमण नहीं है। 
 

HbsAg टेस्ट और HBsAb टेस्ट में क्या अंतर होता है - Difference Between HBsAg and HBsAb in Hindi

HBsAg टेस्ट बताता है की मरीज हेपेटाइटिस बी से संक्रमित है या नहीं, जबकि HBsAb टेस्ट बताता है की आपको बैक्सीन लगी है या नहीं। 
 
अगर आपको हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन लगी है तो आपका HBsAb टेस्ट पॉजिटिव आएगा। 
 
HBsAb पॉजीटिव यह भी दर्शाता है की आप हेपेटाइटिस बी के संक्रमण से ऊबर चुके हैं।
 

हेपेटाइटिस बी ठीक होता है कि नहीं

हेपेटाइटिस बी ठीक नहीं होता है, मरीज दवाइयों से इसे कंट्रोल कर सकता है और इसको उसी जगह पर रोक सकता है या कम कर सकता है। 
 
यह ठीक कभी नहीं होता है लेकिन अगर आपने इसे दवाइयों से कंट्रोल किया हुआ है तो यह कोई दिक्कत नहीं करता है। 
 
आप अपनी नॉर्मल लाइफ बिना किसी परेशानी के जी सकते हैं। अगर आपका वायरल लोड नॉर्मल है तो भी आपकी HBsAg की रिपोर्ट जीवन भर पॉजिटिव ही आएगी। 
 
लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव आने के बाद आपको बस इतना करना है की दवाईयों के सहारे वायरल लोड को कंट्रोल रखना है। 
 
सिरोसिस के मामले अगर छोड़ दिए जाएं तो और अगर आपका वायरल लोड कंट्रोल में है तो हेपेटाइटिस बी कोई दिक्कत नहीं पैदा कर सकता।
 
 
 
 
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Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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