गुर्दे की पथरी का इलाज क्या है | Gurde Ki Pathri Ka Ilaaj

Gurde Ki Pathri Ka Ilaaj - भारत में हर 11 में से 1 आदमी गुर्दे की पथरी से परेशान है। किडनी का मुख्य काम है हमारे शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना। 
 
कई बार हमारे गुर्दे में या गुर्दे से मूत्र मार्ग में किन्ही कारणों से कुछ अपशिष्ट पदार्थ पथरी के रुप में जमा हो जाते हैं जो की बाद में भयंकर परेशानी का कारण बनते हैं। 
 
तो आज हम जानेंगे की गुर्दे की पथरी क्या होता है, गुर्दे की पथरी की पहचान क्या है, गुर्दे की पथरी के लक्षण, गुर्दे की पथरी कितने प्रकार की होती है, गुर्दे की पथरी होने पर कौन कौन सी जांचे करवानी चाहिए, गुर्दे की पथरी में क्या खाना चाहिए और गुर्दे की पथरी का इलाज क्या है?


गुर्दे की पथरी होने का कारण - Gurde Ki Pathri Hone Ke Karan

किडनी में पथरी होने के कई कारण होते हैं। यहां हम मुख्य कारणों का वर्णन करेंगे। इनमें से ज्यादातर कारण हमारी लाइफ स्टाइल से जुड़े हैं।

1) कम पानी पीना

2) पारिवारिक इतिहास 

3) उच्च प्रोटीन डाइट

4) नमक शक्कर का ज्यादा प्रयोग

5) मोटापा

6) बार-बार मूत्र मार्ग में संक्रमण

7) कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन सी का जरूरत से ज्यादा उपयोग

8) कुछ खास तरह की दवाइयों का उपयोग

9) डिहाइड्रेशन और जंक फूड का अधिक उपयोग

10) हार्मोनल बदलाव
 
gurde ki pathri
 

गुर्दे की पथरी के प्रकार - Gurde Ki Pathri Ke Prakar

गुर्दे की पथरी कई प्रकार की हो सकती है। यह सरसों के दाने से भी छोटी और गोल्फ के आकार तक बड़ सकती है। 
 
आईए जानते हैं की गुर्दे की पथरी कितने प्रकार की होती है।

कैल्शियम से बने स्टोन - Calcium Stone

सबसे अधिक पथरी कैल्शियम स्टोन से ही बनती हैं। 
 
जब हमारे शरीर में कैल्शियम की अधिकता हो जाती है या कैल्शियम का अब्सोर्पशन (Absorption) सही से नहीं हो पाता तो यह कैल्शियम अन्य पदार्थों के साथ मिल कर स्टोन का निर्माण करता है। 
 
यह ज्यादातर कैल्शियम फॉस्फेट या कैल्शियम ऑक्सलेट होते हैं।
 

यूरिक एसिड स्टोन - Uric Acid Stone

जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनने लगता है तो वह स्टोन का निर्माण करता है। 
 
यूरिक एसिड ज्यादातर मूत्र से निकल जाता है लेकिन अधिक मात्रा में बनने पर यह हमारे गुर्दे में जमा हो कर पथरी का निर्माण करता है। 
 
जो लोग हाई प्रोटीन डाइट या नॉन वेज लेते हैं उनके भी ब्लड में यूरिक एसिड बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है जो आगे चलकर पथरी का निर्माण करता है।
 

सिस्टीन स्टोन - Cysteine Stone

यह स्टोन वंशानुगत होते हैं और सिस्टनूरिया (Cystinuria) नामक स्तिथि के कारण होती है। 
 
इसमें सिस्टिन स्राव किडनी से शुरु हो जाता है। जिसके कारण किडनी स्टोन का निर्माण होता है।
 

स्ट्रूवाइट स्टोन - Struvite Stone

यह स्टोन मूत्र मार्ग में इन्फेक्शन (UTI) के बाद बनता है। 
 
मूत्र मार्ग में संक्रमण होने के बाद हमारे मूत्र की प्रकृति क्षारीय हो जाती है जिसके कारण मैग्नीशियम अमोनियम फॉस्फेट पथरी के रुप में हमारे गुर्दे में जमा हो जाता है। 
 
इसके साइज में बहुत तेजी से वृद्धि होती है।


गुर्दे की पथरी के लक्षण - Gurde Ki Pathri Ke Lakshan

किडनी स्टोन तब तक कोई लक्षण नहीं दर्शाती जब तक वो अपनी जगह स्थिर रहती है। 
 
जब यह अपनी जगह से हिलती है या बाहर आने की कोशिश करती है तभी हमें इसके लक्षण आते हैं।

1) पेट, पीठ और पसलियों में गम्भीर तेज दर्द। यह दर्द पेट से होते हुए नीचे की तरफ जाता है। 

2) पेशाब करने में जलन अथवा दर्द

3) पेशाब से बदबू आना और गाढ़ी रंग की पेशाब होना

4) बुखार और उल्टी आना या उल्टी की फीलिंग आना

5) दिन में कई बार पेशाब जाना और इसके बाद भी पेशाब का लगा होना सा महसूस होना

6) पेशाब करते वक्त रक्त का आना

7) अचानक पेशाब बंद हो जाना
 

गुर्दे की पथरी के लिए जांच - Gurde Ki Pathri Ki Jaanch

किडनी स्टोन का पता करने के लिए आपको अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)  करवाना पड़ेगा। 
 
अल्ट्रासाउंड से आपको आसानी से पता चल जायेगा की आपकी किडनी में कितने स्टोन हैं, कितने आकार के हैं और कहां-कहां है। 
 
अल्ट्रासाउंड के अलावा आपको किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) और यूरीन रूटीन (Urine R/M) और यूरीन कल्चर (Urine C/S) भी करवा लेना चाहिए 
 
ताकि डॉक्टर को सही-सही अंदाजा लग सके की गुर्दे की पथरी के अलावा कोई और दिक्कत तो नही हो रही हमारे गुर्दे में।
 

गुर्दे की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए

पथरी में हमें ऐसे पदार्थ नहीं खाने चाहिए जो हमारे शरीर में ऑक्सलेट की मात्रा बढ़ाये जैसे की मूंगफली, पालक, मेवे, सोया मिल्क, टोफू, मूली, गाजर, प्याज, लहसुन इत्यादि।

ऐसे भोज्य पदार्थ जिनमे सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा हो। हमें अपने भोजन में भी नमक ज्यादा नहीं लेना है क्युकी नमक की ज्यादा मात्रा भी गुर्दे की पथरी को बढ़ाती है। 

डिब्बाबंद पदार्थ और जंक फूड का सेवन बंद कर देना चाहिए। ये गुर्दे की पथरी को बढ़ाने का काम करते हैं।

नॉन वेज को बिल्कुल बंद कर दें। एनिमल प्रोटीन भी गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं। 

आपको अपनी प्रोटीन डाइट को कम करना होगा। प्रोटीन का सेवन कम कर दें। 
 
प्रोटीन का अधिक सेवन यूरिक एसिड को बढ़ाने का काम करता है जो की गुर्दे की पथरी को बढ़ाता है।
 
टमाटर, बैगन और कोल्ड ड्रिंक का सेवन बंद कर देना चाहिए। ऐसे फ्रूट्स जिनमे विटामिन सी की मात्रा जायदा हो वो भी नही खाना चहिए।


गुर्दे की पथरी का इलाज - Gurde Ki Pathri Ka Ilaaj

गुर्दे की पथरी होने पर आपको किसी यूरोलॉजिस्ट (Urologist) से संपर्क करना चाहिए। 
 
वो आपको कुछ मेडिसिन देगा जो अल्फा ब्लॉकर्स (i.e. Silodosin) और Diuretics होती हैं और मूत्र मार्ग को रिलैक्स करके स्टोन को निकालने में मदद करती हैं। 
 
अगर इन दवाई से काम नहीं होता और कोई इमरजेंसी की कंडीशन आ जाती है तो डॉक्टर्स Shock Wave Lithotripsy से स्टोन को निकाल देते हैं। इसके लिए किसी चीरे की भी जरूरत नहीं पड़ती। 

आयुर्वेद और होम्योपैथी में भी किडनी स्टोन के बेहतर इलाज उपलब्ध हैं। 
 
सही वैध के परामर्श से आप किडनी के स्टोन का सफल इलाज करवा सकते हैं लेकिन इमरजेंसी की कंडीशन में किसी यूरोलॉजिस्ट की ही सलाह लें।

गुर्दे की पथरी से बचाव कैसे करें - Gurde Ki Pathri Se Kaise Bache

गुर्दे की पथरी से बचने के लिए हमें अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ परिवर्तन करने होगें। ऐसा करके हम गुर्दे की पथरी का खतरा काफी हद तक कम कर सकते हैं।

अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें। रोज कम से कम 10 ग्लास पानी जरूर पिएं। अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें।

नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।

हाई प्रोटीन डाइट से बचें और नॉन वेज का सेवन बंद कर दें।

अधिक नमक का सेवन मत करें।

किडनी फंक्शन टेस्ट ( KFT ) की जांच हर 6 महीने में करवाते रहें।

फाइबर युक्त भोजन को डाइट में शामिल करें।

अनाज और फलियां अपनें भोजन में शामिल करें।

डिब्बे बंद, जंक फूड और कार्बोनेटेड ड्रिंक जैसे कोल्ड ड्रिंक से बचें।


गुर्दे की पथरी के बारे में भ्रामक बातें (Myth)


1) बहुत से लोग सोचते हैं की बीयर पीने से गुर्दे की पथरी को निकाला जा सकता है। यह सिर्फ एक मिथ ही है। 
 
शराब का सेवन हमारे शरीर में डिहाइड्रेशन करता है जो गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है, आप अधिक मात्रा में पानी पिए और हाइड्रेटेड रहें।

2) बहुत से लोग ये मानते हैं की गुर्दे की पथरी की वजह से सिर्फ दर्द होता है बल्कि गुर्दे की पथरी की वजह से दर्द के साथ साथ इंफेक्शन होने का खतरा भी बड़ जाता है। 
 
अगर कहीं ये स्टोन पेशाब की नली में फंस जाए तो Hydronephrosis होने के चांसेज बढ़ जाते हैं जो की किडनी के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होता।

3) गुर्दे की पथरी को घरेलू इलाजों से गलाया जा सकता है यह सबसे बड़ा भ्रम है लोगों के बीच। 
 
गुर्दे की पथरी हमारे शरीर से अपने आप निकल सकती है लेकिन इसे गलाया नहीं जा सकता। कोई भी दवा इसे गला नहीं सकती।
 
4) गुर्दे की पथरी में ज्यादातर दवाएं जो दी जाती हैं वो या तो अल्फा ब्लॉकर होती हैं जो हमारे मूत्र मार्ग को रिलैक्स करके स्टोन को निकालने में मदद करतीं हैं या तो फिर Diuretics होती हैं जो पेशाब की मात्रा बड़ा देती हैं ताकि अगर स्टोन कहीं रुका हो तो आसानी से निकल जाए।
 
 
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Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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